Interestingly!
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A Tweet I read one day :
Nobody has to convince a man who is already convinced. Please wait and watch!
( @vivekagnihotri )
This was in response to a suggestion made to him about making a film on the :
Direct Action Day.
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History has many a skeleton,
In its cupboard.
So has the earth too,
In its graves.
Whether in history,
Or in the ground,
In their own secluded cavern,
All keep resting and wrestling,
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Good morning!
√गुड् - रक्षायाम्
संस्कृत में 'गुड्' धातु का प्रयोग रक्षा करने के अर्थ में होता है।
इसी से 'गुड मॉर्निङ्ग', 'गुड ऐफ्टर नून', 'गुड ईवनिङ्ग' तथा 'गुड नाइट' का प्रचलन हुआ।
अरबी या फ़ारसी में 'सलाम' की व्युत्पत्ति संस्कृत के 'स-अलम्' में दृष्टव्य है। क्योंकि स-अलम् का अर्थ भी वही होता है, जो कि 'गुड्' का होता है। परंपरा की दृष्टि से भी 'गुड मॉर्निङ्ग' का वही तात्पर्य है जो सलाम (सलामती) का है। सलाम, अस्सलाम या सलाम वाले कुम, अस्सलाम वाले कुम इसलाम आदि का एक अर्थ 'रक्षा करना', तो दूसरा 'रक्षा करनेवाला' भी होता होगा। 'गुड' से गॉथिक में Good, God, Gott की व्युत्पत्ति भी विचारणीय है।
जैसे Nord तथा North नृत् (नृ अर्थात् मनुष्य) से व्युत्पन्न हैं, वैसे ही 'God', 'Good' को भी '√गुड्' धातु से व्युत्पन्न किया जा सकता है।
मैं नहीं जानता कि गॉड या गुड शब्द का उद्भव और प्रयोग और किस तरह से हुआ होगा!
(कृपया ध्यान दें - यह विवेचना केवल भाषाशास्त्रीय दृष्टि से ही की गई है न कि किसी धर्म, मजहब या रिलीजन के सन्दर्भ में। इसे किसी धर्म या परंपरा के पक्ष / विपक्ष में न समझा जाए।)
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